
नीचे मीलों तक फैला पानी, ऊपर नीला आसमान और दोनों के बीच में कलाबाजी लगाते पैराग्लाइडर। गुरुवार को टिहरी में यह दृश्य जिसने भी देखा रोमांचित हो उठा। अवसर था पैराग्लाइडिंग एक्रो वर्ल्डकप एंड एसआइवी चैंपियनशिप का। इसमें देश के विभिन्न राज्यों से नई टिहरी पहुंचे 100 से अधिक पायलट ने उड़ान भरी।
इसके अलावा तुर्किये, फ्रांस, ईरान, रूस, स्पेन और स्विट्जरलैंड से आए 30 पायलट ने भी हुनर का प्रदर्शन किया। टिहरी झील के किनारे कोटी कालोनी में चार दिवसीय एक्रो वर्ल्डकप एंड एसआइवी चैंपियनशिप का उद्घाटन टिहरी विधायक किशोर उपाध्याय और टीएचडीसी के अधिशासी निदेशक एलपी जोशी ने किया।इस दौरान टिहरी विधायक ने भी पैराग्लाइडिंग का आनंद लिया। उन्होंने हिमाचल प्रदेश निवासी पायलट पवन ठाकुर के साथ कुट्ठा गांव से उड़ान भरी और कोटी कालोनी में उतरे। 42 वर्ग किमी क्षेत्र में फैली टिहरी झील में पहली बार हो रही इस प्रतियोगिता में 130 से अधिक देशी-विदेशी पायलट प्रतिभाग कर रहे हैं।
पैराग्लाइडर से उड़ान भरने के लिए पर्यटन विभाग ने दो स्थान तय किए हैं। पहला स्थान टिहरी झील से लगभग 50 किलोमीटर दूर प्रतापनगर की पहाड़ियों पर और दूसरा झील से लगभग 10 किलोमीटर दूर स्थित कुट्ठा गांव में है। पैराग्लाइडर पालयट यहां से उड़ान भरकर टिहरी झील के पास कोटी कालोनी में उतर रहे हैं। पहले दिन उनके हैरतअंगेज करतब देखने के लिए बड़ी संख्या में पर्यटक पहुंचे। इस दौरान साहसिक खेलों के इच्छुक पर्यटकों को भी निश्शुल्क पैराग्लाइडिंग करवाई गई।
साहसिक खेलों का बड़ा केंद्र बन रहा टिहरीः उपाध्याय
प्रतियोगिता की शुरुआत करने के बाद विधायक किशोर उपाध्याय ने कहा कि टिहरी साहसिक खेलों का बड़ा केंद्र बन रहा है। इससे टिहरी में विकास की नई गंगा बह रही है। देश-विदेश के लोग अब टिहरी और टिहरी झील को जानने लगे हैं। अभी कुछ दिन पहले टिहरी झील में वाटर स्पोर्ट्स कप का आयोजन किया गया था, जिसमें देशभर की 22 टीमों के 500 से अधिक खिलाड़ियों ने प्रतिभाग किया।
साहसिक खेलों के लिए टिहरी झील आदर्श स्थानः पुंडीर
कार्यक्रम में पर्यटन विभाग के साहसिक विंग के अपर कार्यकारी अधिकारी कर्नल अश्वनी पुंडीर ने कहा कि प्रतियोगिता में देशी-विदेशी पायलट के साथ पिछले एक वर्ष से टिहरी में पैराग्लाइडिंग का प्रशिक्षण ले रहे उत्तराखंड के 210 युवा भी प्रतिभाग कर रहे हैं। उन्होंने कहा कि साहसिक खेलों के लिए टिहरी झील आदर्श स्थान है और सरकार का इरादा इसे साहसिक खेलों का बड़ा केंद्र बनाना है। इस अवसर पर सीडीओ अभिषेक त्रिपाठी, आइटीबीपी के डिप्टी कमांडेंट आशुतोष बिष्ट, जिला पर्यटन अधिकारी सोबत सिंह राणा, उदय रावत आदि मौजूद रहे।
विजेता को पांच लाख रुपये
एक्रो पैराग्लाइडिंग में प्रथम स्थान प्राप्त करने वाले प्रतिभागी को पांच लाख, द्वितीय को तीन लाख और तृतीय को दो लाख रुपये नकद धनराशि पुरस्कार स्वरूप दी जाएगी। एसआइवी के विजेता को दो लाख, द्वितीय को डेढ़ लाख और तीसरे को एक लाख रुपये दिए जाएंगे।